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Post Office PPF Scheme: ₹25,000 जमा करने पर मिलेंगे ₹6,78,035 लाख

Post Office PPF Scheme: अगर आप हर साल ₹25,000 की रकम Post Office की PPF Scheme में जमा करते हैं, तो 15 साल बाद आपको लगभग ₹6,78,035 तक मिल सकते हैं। यह योजना पूरी तरह सरकार द्वारा चलाई जाती है और इसकी ब्याज दर अभी 7.1% प्रति वर्ष है, जो हर तिमाही सरकार द्वारा रिव्यू की जाती है। लेकिन सबसे खास बात ये है कि ब्याज पर टैक्स नहीं लगता और मैच्योरिटी की पूरी रकम टैक्स फ्री होती है। अगर आप हर साल ₹25,000 जमा करते हैं, तो 15 साल में आपकी कुल जमा राशि ₹3,75,000 होती है। यानी जेब से आपने इतने पैसे निकाले। लेकिन PPF में जो ब्याज मिलता है वो कंपाउंड होता है मतलब ब्याज पर भी अगला साल ब्याज जोड़ता है। यही वजह है कि छोटी-सी रकम भी लंबी अवधि में बड़ा फंड बना देती है। ₹3.75 लाख के निवेश पर ₹6.78 लाख का फंड बनना इसलिए संभव होता है क्योंकि हर साल जो ब्याज जुड़ता है, वो अगले साल के प्रिंसिपल में जुड़ जाता है। यही कंपाउंडिंग का कमाल है।

पोस्ट ऑफिस PPF में ब्याज कैसे जुड़ता है?

PPF स्कीम में सालाना ब्याज दर फिलहाल 7.1% है, और यह ब्याज हर महीने के पांचवे दिन तक की जमा पर गिना जाता है, लेकिन साल के अंत में जोड़ा जाता है। मतलब ये हुआ कि अगर आप हर साल अप्रैल के पहले हफ्ते में ₹25,000 जमा कर देते हैं, तो पूरे साल का ब्याज मिलेगा। जबकि अगर आप यह रकम दिसंबर या मार्च में डालते हैं, तो आपको कम ब्याज मिलेगा। इसलिए जो लोग इस स्कीम से ज्यादा फायदा उठाना चाहते हैं, उन्हें चाहिए कि हर साल अप्रैल की शुरुआत में ही पूरा ₹25,000 जमा कर दें, ताकि ब्याज पूरा साल भर लगे।

क्या ₹6.78 लाख की ये रकम पक्की है या अनुमान है?

₹6,78,035 की यह कैलकुलेशन 7.1% ब्याज दर के हिसाब से की गई है और यह पूरी तरह अनुमानित है। सरकार हर तिमाही PPF की ब्याज दर को बदल सकती है। अगर ब्याज दर में बदलाव होता है, तो फाइनल मैच्योरिटी अमाउंट थोड़ा ज्यादा या कम हो सकता है। लेकिन पिछले कई सालों का ट्रेंड देखें तो ब्याज 7%–8% के बीच ही रहा है, और ऐसे में यह कैलकुलेशन काफी हद तक भरोसेमंद माना जा सकता है। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि ब्याज की गणना सालाना होती है, लेकिन कंपाउंडिंग से इसका असर बढ़ता जाता है। शुरुआत के सालों में रकम धीमी बढ़ती है लेकिन 10वें साल के बाद यह तेजी से ऊपर जाती है।

क्या PPF में और भी फायदे मिलते हैं?

PPF स्कीम का एक और बड़ा फायदा यह है कि इसमें जो भी निवेश आप करते हैं, उस पर टैक्स छूट मिलती है। आप सालाना ₹1.5 लाख तक की राशि पर टैक्स बचा सकते हैं क्योंकि यह धारा 80C के तहत आता है। वहीं दूसरी तरफ इस पर मिलने वाला ब्याज और पूरी मैच्योरिटी राशि भी टैक्स फ्री होती है। मतलब PPF एकमात्र ऐसी स्कीम है जिसमें तीनों स्तरों पर टैक्स छूट मिलती है निवेश करते समय, ब्याज कमाते समय और पैसा निकालते समय।

क्या बीच में पैसा निकाल सकते हैं या FD जैसा ही लॉक है?

PPF की मैच्योरिटी 15 साल की होती है, लेकिन अगर आपको बीच में पैसे की जरूरत हो, तो भी इसका तरीका मौजूद है। पाँचवें साल के बाद आंशिक निकासी की सुविधा है। इसके अलावा सातवें साल से आप लोन भी ले सकते हैं, वो भी कम ब्याज पर। इसका मतलब ये है कि आपकी रकम लॉक नहीं है, बस उसे सही तरीके से निकालना होता है। लेकिन सबसे अच्छा फायदा तभी मिलता है जब आप 15 साल तक बिना निकासी के निवेश करते हैं, ताकि कंपाउंडिंग का पूरा लाभ मिल सके।

₹25,000 सालाना ना सही, इससे कम या ज्यादा भी कर सकते हैं?

PPF में सालाना कम से कम ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख तक निवेश किया जा सकता है। अगर कोई ₹25,000 नहीं जमा कर सकता, तो ₹1,000, ₹2,000 या ₹10,000 सालाना भी डाले, तब भी अच्छा फंड बनेगा। वहीं अगर कोई ₹1.5 लाख हर साल जमा करता है, तो 15 साल बाद उसे करीब ₹40 लाख से ज्यादा का फंड मिल सकता है। यह स्कीम हर वर्ग के लिए है चाहे नौकरीपेशा हों, छोटा कारोबारी हों या गृहिणी। सिर्फ एक बार अकाउंट खोलना होता है और हर साल कम से कम ₹500 जमा करना जरूरी होता है।

Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसमें दी गई राशि और ब्याज का कैलकुलेशन वर्तमान ब्याज दर के आधार पर अनुमानित है। सरकार भविष्य में ब्याज दर में बदलाव कर सकती है जिससे मैच्योरिटी राशि प्रभावित हो सकती है। निवेश करने से पहले नजदीकी पोस्ट ऑफिस या किसी अधिकृत वित्तीय सलाहकार से जानकारी लेना बेहतर होगा।

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